Sasaram crime news: हाल ही में बिहार (Bihar) के सासाराम (Sasaram) से एक चौंकाने वाली खबर आई है, जहां जन सुराज पार्टी के नेता और जिला पार्षद कृष्ण मुरारी मिश्रा उर्फ मेलू मिश्रा को सासाराम (Bihar)में एक दलित परिवार के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तो चलिए आपको इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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दलित परिवार के साथ मारपीट
दुर्भाग्य से भारत में दलित परिवारों (Dalit family) के खिलाफ हिंसा की खबरें अभी भी आती रहती हैं। ये घटनाएँ अक्सर जातिगत भेदभाव और छुआछूत की सदियों पुरानी कुप्रथाओं से जुड़ी होती हैं। वही भारत में दलितों के खिलाफ ऐसे अपराधों से निपटने के लिए कई कड़े कानून बनाए गए हैं, जिनमें सबसे प्रमुख अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 (SC/ST Act) है। लेकिन इन सब के बावजूद भी दलितों पर अत्यचार में कोई बदलाव नहीं है।
दरअसल 13 जून को अगरेर इलाके के पिपरी गम्हरिया में ज़मीन विवाद (land dispute) को लेकर एक महिला और उसके दो बच्चों की पिटाई की गई, जिनका इलाज सासाराम सदर अस्पताल (Sasaram Sadar Hospital) में चल रहा है। पुलिस ने 23 लोगों के खिलाफ़ पीड़ितों का बयान दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक जिला जेलर मेलू मिश्रा, उनकी भाभी समेत कुल आठ लोगों को गिरफ़्तार किया है और अन्य की तलाश जारी है। वहीं, ज़िला मजिस्ट्रेट मेलू मिश्रा ने अपने सहकर्मियों के साथ खुद को इस घटना से अलग करते हुए दावा किया है कि घटना के समय वो मौजूद नहीं थे।
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पुलिस अधिकारी के भी चोट आई
आपको बता दें, कृष्ण मुरारी मिश्रा उर्फ मेलू मिश्रा की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम पर भी हमला किया गया, जिसमें एक सब-इंस्पेक्टर (SI) दिलीप कुमार तिवारी के सिर में गंभीर चोटें आईं। इस हमले को लेकर एक नया मामला भी दर्ज किया गया है। वही इस मामले को लेकर एसपी ने चेतावनी दी है कि कानून तोड़ने वाले किसी भी सूरत में वापस नहीं आएंगे।
इसके अलवा जन सुराज पार्टी (Jan Suraj Party) प्रशांत किशोर (पीके) के नेतृत्व में एक राजनीतिक अभियान है, जिसका उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे प्रमुख मुद्दों को संबोधित करके बिहार (Bihar) में परिवर्तनकारी बदलाव लाना है।