मजदूरी मांगी तो मिली मौत! देवरिया में दलित मजदूर की पीट-पीटकर हत्या, सपा जिलाध्यक्ष का बेटा नामजद

Deoria Dalit Laborer Die, Uttar Pradesh crime
Source: Google

Deoria Dalit Labourer beaten: हाल ही में उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. जहाँ एक दलित युवक को सपा जिलाध्यक्ष के बेटे से सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि वह अपनी मेहनत मजदूरी के पैसे मांगने गया था. लेकिन मनुवादियों ने उसे इतनी बेहरमी से मारा की उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.

और पढ़े: लव ट्राएंगल में उलझा परिवार: पिता बना रोड़ा, बेटी ने उठाया खौफनाक कदम पत्नी ने करवाई पति की हत्या

दलित मजदूर को मजदूरी मांगने पर दी मौत

एनसीआरबी के डेटा के अनुसार बीजेपी शासित यह राज्य दलित उत्पीड़न के मामले में सालों से टॉप पर है. हर रोज राज्य के किसी न किसी हिस्से से दलित उत्पीड़न की खबरें सामने आती हैं. कहीं दलितों की बारात रोक ली जाती है तो कहीं दलितों के डीजे बजाने पर उन्हें पीट दिया जाता है. ऐसा ही एक मामला यूपी के देवरिया से सामने आया है, जहां एक दलित मजदूर को मजदूरी मांगने के कारण मनुवादियों ने पीट पीट कर मार डाला…जी हां, उतरप्रदेश (Uttar Pradesh) के देवरिया (Deoria) में एक दलित मजदूर (Dalit Labourer) को पीट पीट कर इस लिए मार दिया गया क्योंकि दलित समाज से होकर भी उसने अपनी मजदूरी मांग ली थी. दरअसल, ये मामला सदर (Sadar) कोतवाली के गांव सकरापार (Sakaraapaar) का है. मृत दलित व्यक्ति का नाम परमहंस हैं, जिसकी उम्र 45 वर्ष थी.

और पढ़े: भारतीय न्याय संहिता की धारा 160: सेना में विद्रोह भड़काने पर क्या है सजा?

दलित परिवार केस वापस लेने का दबाब

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी की मानें तो इस दलित युवक की हत्या में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष (District President of Samajwadi Party) व्यास यादव के बेटे सचिन यादव, अमरेंद्र यादव और उनका पूरा परिवार भी शामिल बताया जा रहा है. मृतक के परिवार ने बताया कि परमहंस देर शाम मजदूरी लेने गए थे लेकिन उन्हें जातिसूचक गालियां देकर भगा दिया गया. दबंगों का दिल इतने से भी नहीं भरा तो वे दलित युवक को जबरन घर से ले गए. मृतक के बेटे के अनुसार, उनके पिता को बड़ी बेरहमी से पीटा गया था जिससे उनकी जान चली गई और मनुवादी दंबग उनकी लाश को वो नहर के किनारे फेंक कर फरार हो गए.

दलित परिवार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि वो इस मामले को रफा दफा कर दे. लेकिन इस हत्या से गांव के लोगों में काफी गुस्सा है वो हर हाल में आरोपियों की गिरफ्तारी चाहते हैं. दूसरी और पीड़ित परिवार को पुलिस ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तारी कर ली जाएगी. वही इस घटना ने एक बार सरकार के नियमो पर सवाल उठाये है. दलितों पर इस तरह अत्यचार कब तक होते रहेगे. कब तक उनको समाज में उंच जाति के लोग दबाते रहेगे. सरकार को इन सभी घटनाओ को देखते हुए देश में कड़े कानून-नियम लागु करने चाहिए. ताकि कोई भविष्य में ऐसी घटना को अंजाम ना दे पाए उसे कानून का खौफ होना चाहिए.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *