Dalit boys brutally beaten up: हाल ही में कर्नाटक (Karnataka) के गडग जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां करीब 60 लोगों की भीड़ ने तीन दलित नाबालिग लड़कों को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा। यह घटना 28 मई की है और इसका खुलासा तब हुआ जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पूरे इलाके के लोग गुस्से में हैं, तो चलिए आपको इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल यह घटना गडग जिले के नरगुंड थाना क्षेत्र के हरोगिरी गांव में हुई। लड़कों पर ऊंची जाति की लड़की को अश्लील संदेश भेजने का आरोप था। इस मामले को लेकर करीब 60 लोगों की भीड़ ने उन्हें ग्राम पंचायत के एक खंभे से बांध दिया। उन्हें रस्सियों, डंडों और चप्पलों से पीटा गया, जिससे उनके शरीर पर गंभीर चोटें आईं और सूजन आ गई। इस अपमानजनक हमले के बाद नाबालिग पीड़ितों में से एक ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे हुबली के KIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, शुरू में इस मुद्दे को बढ़ाने की कोशिश की गई और कुछ समुदाय के नेताओं ने नामांकन दाखिल करने की भी कोशिश की, लेकिन जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो प्रशासन को कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा। वही घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पोक्सो एक्ट (Posco act) के तहत भी अलग से मामला दर्ज किया है, जिसमें 30 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
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पुलिस कार्रवाई और कानूनी पहलू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरगुंड पुलिस इंस्पेक्टर बी. मंजूनाथ ने बताया कि 30 मई को एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम और बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पीड़ितों के माता-पिता का आरोप है कि जब वे अपने बच्चों को बचाने गए तो लोगों ने उन्हें धमकाकर गांव से बाहर निकाल दिया और मामले को दबाने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा है कि गांव में छुआछूत की कुप्रथा अभी भी मौजूद है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है, आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।