अलीगढ़ में दलित युवकों से मारपीट, राष्ट्रपति से कार्रवाई की मांग

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Aligarh Dalit Community protest: कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक चौंकाने वाली खबर आई थी, जहां एक छात्र पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कुछ दलित युवकों को राहगीरों ने निर्वस्त्र कर पीटा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। अब इस मामले में भीम आर्मी और दलित संगठनों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। तो चलिए इस लेख में आपको पूरा मामला बताते हैं।

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दलित संगठनों का प्रदर्शन

अलीगढ़ में दलित युवकों की पिटाई के विरोध में दलित संगठनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है। लोधा इलाके में प्रैंक वीडियो बना रहे तीन दलित युवकों के साथ यह घटना हुई, जिन्हें 30 से 35 युवकों ने निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा और जातिगत गालियां दीं। आरोपियों ने इस पिटाई का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने पहले तो शांतिभंग की कार्रवाई की, लेकिन जब दलित संगठनों ने विरोध जताया तो एसएसपी ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने का आश्वासन दिया।

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एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज

इस घटना को देखते हुए भीम आर्मी और दलित संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि ऐसी घटनाएं समाज में असमानता और भेदभाव को बढ़ावा देती हैं, जिन्हें ठोस कदम उठाकर रोका जाना चाहिए। इस घटना के बाद अलीगढ़ जिले में तनाव का माहौल है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। यह घटना समाज में समानता और न्याय की आवश्यकता को और स्पष्ट करती है और बताती है कि समाज को ऐसे कृत्यों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए।

भीम आर्मी की जिलाध्यक्ष मुकेश कुमारी ने कहा कि पुलिस ने पहले पीड़ित युवकों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया। बाद में दलित संगठनों के विरोध के बाद आरोपियों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। एसीएम ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए कहा कि विभिन्न संगठनों से प्राप्त ज्ञापन उचित माध्यम से राष्ट्रपति तक पहुंचा दिए जाएंगे।

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