हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी (Kaushambi) से इंसानियत को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है. जहाँ मामूली सी टेबल पर टच हो जाने पर 2 दलित युवको की बड़ी बेरहमी से पीट दिया. इतना ही नहीं उन्हें जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया है. जिसके बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.
और पढ़े: सुलतानपुर में दलित युवक की निर्मम हत्या, पोस्टमार्टम में मिले पांच गहरे घाव
दलित युवकों को लाठी-डंडों से पीटा
मनुवादियों ने समाज में दलितों को कभी एक्सेप्ट नहीं किया दलितों को अधिकार मिले तो मनुवादियों को सबसे ज्यादा दर्द हुआ. दलितों को आरक्षण मिला तो मनुवादियों की अंतड़ियों से खून निकलने लगा. अतीत में दलितों पर काफी ज्यादती हुई, उनके हर अधिकार रौंदे गए. 1947 में जब देश आजाद हुआ तो ऐसा लगा कि दलितों के उद्धार के दिए आ गए. दलितों ने अपनी काबिलियत से नाम तो कमाया लेकिन ये मनुवादी समाज आज भी उनके विकास में बाधा बन रहा है. आज भी देश के हर हिस्से मसे दलितों के प्रताड़ना की खबरें सामने आ रही हैं
ऐसा ही एक खबर उत्तर प्रदेश के कौशांबी से सामने आई है, जहां कुछ जातिवादी आतंकियों ने केवल टच हो जाने पर 2 दलित युवको की बड़ी बेरहमी से पीट दिया. ये घटना कौशांबी जिले के फकीराबाद चौराहे की है, जहां दो युवकों को बड़ी बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल, मार खाने वाला दलित शख्स छोटू पासी, खरसेन का पुरवा गांव का रहने वाला है.
वीडियो के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
दरअसल, वो अपने एक साथी के साथ पास के ही एक किराने की दुकान पर सामान लेने गया था लेकिन तभी उसने गलती से किशनपुर अंबारी गांव के मोईन अहमद को टच कर दिया. जिससे वहां पर बहस शुरू हो गई. मोइन ने बहस के बीच में अपने बेटे सद्दाम हुसैन को भी बुला लिया. सद्दाम अपने कुछ साथियों के साथ पहुचां और छोटू पासी और उसके साथी की लाठी डंडो से बड़ी बेरहमी से पिटाई कर दी.
दोनों घायल युवक प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है, इसलिए कार्रवाई शुरु नहीं की गई है. जैसे ही तहरीर मिलती है वीडियो के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.