Mathura: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) से एक खबर आई है। जहाँ 6 साल की दलित बच्ची की हत्या के मामले में परिवार को 8 साल बाद न्याय मिला है। बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के दोषी को मौत की सजा सुनाई गई है। पीड़िता की माँ ने कहा- ‘मेरी बेटी और पति को अब शांति मिलेगी।’ तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म कर हत्या
हर दिन दलित महिलाओ के साथ अत्यचार, रेप, बलात्कार जैसी घटनाये सामने आती है। रोजाना देश में कई दलित महिलाये, बच्ची अपनी जान से हाथ धो बैठती है। ऐसा ही एक खबर उत्तर प्रदेश के मथुरा से आई , जहां एक 8 साल की दलित बच्ची के अपहरण, बलात्कार, और फिर बेरहमी से उसकी हत्या करने के मामले में एक 50 साल के आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई है। मथुरा की विशेष एससी/एसटी अदालत ने इसे “rarest of rare case for its brutality” की श्रेणी में डाला है। ये घटना 26 नवम्बर 2020 की है।
बच्ची का अपहरण
8 साल की मासूम दलित बच्ची एक महिला के साथ लकड़ियां जंगल की तरफ गई थी, लेकिन इसी बीच बच्ची का अपहरण हो गया, बच्ची के पिता ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। पुलिस ने बच्ची की खोजबीन शुरु की तो बच्ची वृंदावन के एक जंगली इलाके में मृत अवस्था में मिली। बच्ची के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता के गुप्तांगों पर गंभीर चोट के निशान थे।
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आरोपी को सजा ए मौत की सजा
इसी के साथ मलाशय और गर्दन पर चोट के साथ साथ कंधे और शरीर के कई हिस्से में काटने और गंभीर चोट के भी निशान पाये गए थे। दरिंदे ने बच्ची के साथ बर्बरता करने के बाद उसी के कपड़ो से उसका गला घोट कर हत्या करने की कोशिश तो की थी लेकिन बच्ची गला घोटने से बेहोश हो गई थी, जिसे मरा हुआ समझ कर आरोपी ने जंगल में ही रातभर छोड़ दिया था, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक शरीर से बहुत ज्यादा खून बह जाने के काऱण उसकी मौत हुई थी। कोर्ट ने इस क्रूरता भरे अपराध के लिए आरोपी को सजा ए मौत की सजा सुनाई है।