दलित महिला की फरियाद अनसुनी न जमीन मिली, न इंसाफ़ महिला से 35 हजार की ठगी

No justice for Dalit women, Paryagraj latest news
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Fraud with Dalit women: हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां आदिवासी महिला से 35 हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले लेखपाल को गुरुवार शाम को निलंबित कर दिया गया। महिला ने लोन लेकर लेखपाल को रिश्वत की रकम दी थी। लेकिन रिश्वत लेने के बाद भी आरोपी लेखपाल महिला के नाम जमीन ट्रांसफर नहीं कर रहा था। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।

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आदिवासी महिला से हुआ फ्राड

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक लेखपाल आदिवासी महिला से 35 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा है। दरअसल आरोपी लेखपाल महिला के नाम जमीन ट्रांसफर नहीं कर रहा था। जब पीड़िता ने अपने पैसे मांगे तो वह उसे धमका रहा था। वीडियो सामने आने के बाद एसडीएम ने लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि यह मामला करछना तहसील के खाईं गांव का है। गांव में रहने वाली दलित महिला बच्चू लाल की पत्नी संतोष देवी भूमिहीन थी। 2005 में योगी सरकार ने उसे 8 बिस्वा जमीन पट्टे पर दी थी। संतोष देवी ने बताया कि दबंग सुधीर पांडेय उसकी जमीन पर लगी फसल काट लेता है।

जबकि सरकार ने जमीन का पट्टा हमें किया है। खतौनी में हमारे पति बच्चू लाल का नाम भी दर्ज है। जब हमने फसल काटने का विरोध किया तो मुझे मारने पीटने की धमकी दी गई। तब मैंने 19 अप्रैल को तहसील दिवस में शिकायत की। एसडीएम ने लेखपाल विपिन कुमार को जांच के लिए भेजा और पैमाइश के आदेश दिए। लेकिन लेखपाल की भी सुधीर पांडेय से मिलीभगत है। इसलिए उसने कोई कार्रवाई नहीं की।

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दलित महिला ने कर्जा पर लिया पैसा

दलित महिला संतोष ने बताया कि जब उसने लेखपाल से जमीन की पैमाइश न करने का कारण पूछा तो लेखपाल ने कहा कि इसके लिए कुछ पैसे देने होंगे। उसने स्पष्ट किया कि बिना पैसे के कोई काम नहीं हो सकता। संतोष ने फिर पूछा कि उसे कितने पैसे चाहिए तो लेखपाल ने 50 हजार रुपये मांगे। संतोष ने कहा साहब हम गरीब हैं, मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं।

मजदूरी करके भी हम इतने पैसे नहीं बचा पाएंगे। इसके बाद लेखपाल ने कहा कि अगर जमीन की पैमाइश करानी है तो उसे 35 हजार रुपये देने होंगे और वह इस बात पर एक पैसा भी कम लेने को तैयार नहीं था। संतोष देवी ने बताया कि उसने गांव के किसान अनिल मिश्रा से 35 हजार रुपये कर्ज लिया था। इसके बाद उसने वह रकम लेखपाल को दे दी। लेकिन लेखपाल ने महिला को धमकाया और उसे सस्पेंड भी करवा दिया, फिर भी उसने जमीन की पैमाइश नहीं की।

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