Agra news: हाल ही में उत्तर प्रदेश के आगरा में विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी राज में गुंडागर्दी बढ़ गई है और दलितों का शोषण चरम पर पहुंच गया है। तो आइए इस लेख में आपको विस्तार से बताते हैं कि विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर ऐसे आरोप क्यों लगाए हैं।
विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के घिरोर (Ghiroor) क्षेत्र के फाजिलपुर गांव (Fazilpur village) में मंगलवार को कांग्रेस पार्टी (Congress) ने ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ (Sangthan Srujan Program) के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष गोपाल कुलश्रेष्ठ ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कुलश्रेष्ठ ने आरोप लगाया कि ”भाजपा सरकार (BJP Goverment) में गुंडागर्दी चरम पर है और दलितों का शोषण लगातार बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है, खासकर दलित समुदाय को लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
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भाजपा सरकार की विफलताओं पर जनता से चर्चा
वही कांग्रेस नेताओ ने कहा कि वे भाजपा सरकार की विफलताओं पर जनता से चर्चा कर रहे हैं और आगामी चुनावों के लिए संगठन को मजबूत कर रहे हैं। बैठक में स्थानीय धार्मिक स्थलों पर भी चर्चा की गई और बूथ स्तर पर धार्मिक स्थलों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए। इसके अलवा पूर्व प्रदेश महासचिव प्रकाश प्रधान ने कहा कि हर कार्यकर्ता कांग्रेस की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाए। 100 दिन के अंदर जिले में कांग्रेस संगठन खड़ा कर दिया जाएगा। बैठक में अनुपम सिंह शाक्य, डॉ. नवीन शर्मा, पंकज कुमार, विनोद यादव आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान सलीम मिस्त्री, प्रवीण कुमार, राघवेंद्र, सूरज सिंह, फौरन सिंह, रामौतार सिंह आदि मौजूद रहे। आपको बता दें, बैठक का संचालन फरीद अली ने किया।
इसके साथ ही विपक्ष ने खासकर दलित समुदाय पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है और उन्हें लगातार सामाजिक और आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है। विपक्षी नेताओं ने सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।