BNS Section 76 in Hindi: भारतीय न्यायिक संहिता (बीएनएस) की धारा 76 महिलाओं के खिलाफ किए गए अपराधों से संबंधित है। यह धारा किसी महिला पर हमला करने या उसके कपड़े उतारने के इरादे से उस पर आपराधिक बल का प्रयोग करने से संबंधित है। तो चलिए आपको इस लेख में BNS की धारा 76 के बारे में विस्तार से बताते है।
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धारा 76 क्या कहती है? BNS Section 76 in Hindi
भारतीय दंड संहिता की धारा 76 महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए बनाई गई है। इस धारा के अंतर्गत वे सभी अपराध आते हैं जिनमें किसी महिला को जानबूझकर शर्मिंदा किया जाता है, या उसे अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति किसी महिला पर हमला करता है या उस पर आपराधिक बल का प्रयोग करता है। हमला या बल का प्रयोग महिला को निर्वस्त्र करने या उसे ऐसा करने के लिए मजबूर करने के इरादे से किया जाता है। वही यह धारा केवल महिलाओं के विरुद्ध किए गए अपराधों पर लागू होती है।
आपको बता दें, बीएनएस (BNS) की धारा 76 के तहत मिलने वाली सजा…दोषी पाए जाने पर, अपराधी को कम से कम तीन साल की कैद की सजा हो सकती है। यह सजा सात साल तक बढ़ाई जा सकती है।इसके अलावा, अपराधी पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
बीएनएस धारा 76 के उदहारण
- किसी महिला के कपड़े खींचकर उसे अपमानित करने की कोशिश करना।
- किसी महिला की इच्छा के विरुद्ध उसके कपड़े उतारने का प्रयास करना।
- किसी महिला पर उसके कपड़े उतारने के लिए दबाव डालना या उसे धमकाना।
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महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा
यह धारा महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रावधान है। महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर समाज को ध्यान देने की आवश्यकता है। महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा का अधिकार है और यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि उन्हें यह अधिकार मिले। महिलाओं की सुरक्षा का मतलब है कि वे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सुरक्षित महसूस करें। उन्हें किसी भी तरह के खतरे या हिंसा से बचाया जाना चाहिए।
महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदम
शिक्षा: महिलाओं को शिक्षित करना सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। शिक्षा उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक बनाती है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाती है।
कानून: महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए जाने चाहिए और उनका सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
जागरूकता: महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि महिलाओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार करना महत्वपूर्ण है।
पुलिस और न्यायपालिका: पुलिस और न्यायपालिका को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और उनकी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
सामाजिक बदलाव: महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के लिए सामाजिक बदलाव जरूरी है। लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी और महिलाओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार करना होगा।